← Leviticus (9/27) → |
1. | आठवें दिन, मूसा ने हारून और उसके पुत्रों को बुलाया। उस ने इस्राएल के बुजुर्गों (नेताओं) को भी बुलाया। |
2. | मूसा ने हारून से कहा, “अपने पशूओं में से एक बछड़ा और एक मेढ़ा लो। इन जानवरों में कोई दोष नहीं होना चाहिए। बछड़ा पापबलि होगा और मेढ़ा होमबलि होगा। इन जानवरों को यहोवा को भेंट करो। |
3. | इस्राएल के लोगों से कहो, ‘पापबलि हेतु एक बकरा लो। एक बछड़ा और एक मेमना होमबलि के लिए लो। बछड़ा और मेमना दोनों एक वर्ष के होने चाहिए। इन जानवरों में कोई दोष नहीं होना चाहिए। |
4. | एक साँड और एक मेढ़ा मेलबलि के लिए लो। उन जानवरों को और तेल मिली अन्नबलि लो और उन्हें यहोवा को भेंट चढ़ाओ। क्यों? कियोंकि आज यहोवा की महिमा तुम्हारे सामने प्रकट होगी।’” |
5. | इसलिए सभयी लोग मिलापवाले तम्बू में आए और वे सभयी उन चीज़ों को लाए जिनके लिए मूसा ने आदेश दिया था। सभी लोग यहोवा के सामने खड़े हुए। |
6. | मूसा ने कहा, “तुमने वही किया है जो यहोवा ने आदेश दिया। तुन लोग यहोवा की महिमा देखोगे।” |
7. | तब मूसा ने हारून से ये बातें कहीं, “जाओ और वह करो जिसके लिए यहोवा ने आदेश दिया था। वेदी के पास जाओ और पापबलि तथा होमबलि चढ़ाओ। यह सब अपने और लोगों के पापों के भुगतान के लिए करो। तुम लोगों की लायी हुई बलि को लो और उसे यहोवा को अर्पित करो। यह उनके पापों का भुगतान होगा।” |
8. | इसलिए हारून वेदी के पास गया। उसने बछड़े को पापबलि हेतु मारा। यह पापबलि स्वयं उसके अपने लिए थी। |
9. | तब हारून के पुत्र हारून के पास खून लाए। हारून ने अपनी उँगली खून में डाली और वेदी के सिरों पर इसे लगाया। तब हारून ने वेदी की नींव पर खून उँडेला। |
10. | हारून ने पापबलि से चर्बी, गुर्दे और कलेजे की चर्बी को लिया। उस ने उनहें वेदी पर जलाया। उसने उसी प्रकार किया जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आदेश दिया था। |
11. | तब हारून ने डेरे के बाहर माँस और चमड़े को जलाया। |
12. | इसके बादस, हारून ने होमबलि के लिए उस जानवर को मार। जानवर को टुकड़ों में काटा गाय। हारून के पुत्र खून को हारून के पास लाए और हारून ने वेदी के चारों ओर खून डाला। |
13. | हारून के पुत्रों ने उन टुकड़ों और होमबलि का सिर हारून को दिया। तब हारून ने उन्हें वेदी पर जलाया। |
14. | हारून ने होमबलि के भीतरी भागों और पैरों को धोया और उसने उन्हें वेदी पर जलाया। |
15. | तब हारून लोगों की बलि लाया। उसने लोगों के लिए पापबलि वाले बकरे को मारा। उसने बकरे को पहले की तरह पापबलि के लिए चढ़ाया। |
16. | हारून होमबलि को लाया और उसने वह बलि चढ़ाई। वैसे ही जैसे यहोवा ने आदेश दिया था। |
17. | हारून अन्नबलि को वेदी के पास लाया। उसने मुट्ठी भर अन्न लिया और प्रातः काल की नित्य बलि के साथ उसे वेदी पर रखा। |
18. | हारून ने लोगों के लिए मेलबलि के साँड और मेढ़े को मारा। हारून के पुत्र खून को हारून के पास लाए। हारून ने इस खून को वेदी के चारों ओर उँडेला। |
19. | हारून के पुत्र साँड और मेढ़े की चर्बी भी लाए। वे चर्बी भरी पूँछ, भीतरी भागों को ढकने वाली चर्बी, गुर्दे और कलेजे को ढकने वाली चर्बी भी लाए। |
20. | हारून के पुत्रों ने चर्बी के इन भागों को साँड और मेढ़े की छातियों पर रखा। हारून ने चर्बी के भागों को लेकर उसे वेदी पर जलाया। |
21. | मूसा के आदेश के अनुसार हारून ने छातियों और दायीं जाँघ को उत्तोलन भेंट के लिए यहोवा के सामने हाथों में ऊपर उठाया। |
22. | तब हारून ने अपने हाथ लोगों की ओर उठाए और उन्हें आशीर्वाद दिया। हारून पापबलि, होमबलि और मेलबलि को चढ़ाने के बाद वेदी से नीचे उतर आया। |
23. | मूसा और हारून मिलापवाले तम्बू में गए और फिर बाहर आकर उन्होंने लोगों को आशीर्वाद दिया। यबोवा की उपस्थिति से सभी लोगों के सामने तेज प्रकट हुआ। |
24. | यहोवा से अग्नि प्रकट हुई और उसने वेदी पर होमबलि और चर्बी को जलाया। सभी लोगों ने जब यह देखा तो वे चिल्लाए और उन्होंने धरती पर गिरकर प्रणाम किया। |
← Leviticus (9/27) → |