Revelation (16/22)  

1. फिर मैं ने एक ऊँची आवाज़ सुनी जिस ने अल्लाह के घर में से सात फ़रिश्तों से कहा, “जाओ, अल्लाह के ग़ज़ब से भरे सात पियालों को ज़मीन पर उंडेल दो।”
2. पहले फ़रिश्ते ने जा कर अपना पियाला ज़मीन पर उंडेल दिया। इस पर उन लोगों के जिस्मों पर भद्दे और तक्लीफ़दिह फोड़े निकल आए जिन पर हैवान का निशान था और जो उस के मुजस्समे को सिज्दा करते थे।
3. दूसरे फ़रिश्ते ने अपना पियाला समुन्दर पर उंडेल दिया। इस पर समुन्दर का पानी लाश के से ख़ून में बदल गया, और उस में हर ज़िन्दा मख़्लूक़ मर गई।
4. तीसरे फ़रिश्ते ने अपना पियाला दरयाओं और पानी के चश्मों पर उंडेल दिया तो उन का पानी ख़ून बन गया।
5. फिर मैं ने पानियों पर मुक़र्रर फ़रिश्ते को यह कहते सुना, “तू यह फ़ैसला करने में रास्त है, तू जो है और जो था, तू जो क़ुद्दूस है।
6. चूँकि उन्हों ने तेरे मुक़द्दसीन और नबियों की ख़ूँरेज़ी की है, इस लिए तू ने उन्हें वह कुछ दे दिया जिस के लाइक़ वह हैं। तू ने उन्हें ख़ून पिला दिया।”
7. फिर मैं ने क़ुर्बानगाह को यह जवाब देते सुना, “हाँ, ऐ रब्ब क़ादिर-ए-मुतलक़ ख़ुदा, हक़ीक़तन तेरे फ़ैसले सच्चे और रास्त हैं।”
8. चौथे फ़रिश्ते ने अपना पियाला सूरज पर उंडेल दिया। इस पर सूरज को लोगों को आग से झुलसाने का इख़तियार दिया गया।
9. लोग शदीद तपिश से झुलस गए, और उन्हों ने अल्लाह के नाम पर कुफ़्र बका जिसे इन बलाओं पर इख़तियार था। उन्हों ने तौबा करने और उसे जलाल देने से इन्कार किया।
10. पाँचवें फ़रिश्ते ने अपना पियाला हैवान के तख़्त पर उंडेल दिया। इस पर उस की बादशाही में अंधेरा छा गया। लोग अज़ियत के मारे अपनी ज़बानें काटते रहे।
11. उन्हों ने अपनी तकलीफों और फोड़ों की वजह से आस्मान पर कुफ़्र बका और अपने कामों से इन्कार न किया।
12. छटे फ़रिश्ते ने अपना पियाला बड़े दरया फ़ुरात पर उंडेल दिया। इस पर उस का पानी सूख गया ताकि मशरिक़ के बादशाहों के लिए रास्ता तय्यार हो जाए।
13. फिर मैं ने तीन बदरुहें देखीं जो मेंढ़कों की मानिन्द थीं। वह अझ़्दहे के मुँह, हैवान के मुँह और झूटे नबी के मुँह में से निकल आईं।
14. यह मेंढ़क शयातीन की रूहें हैं जो मोजिज़े दिखाती हैं और निकल कर पूरी दुनिया के बादशाहों के पास जाती हैं ताकि उन्हें अल्लाह क़ादिर-ए-मुतलक़ के अज़ीम दिन पर जंग के लिए इकट्ठा करें।
15. “देखो, मैं चोर की तरह आऊँगा। मुबारक है वह जो जागता रहता और अपने कपड़े पहने हुए रहता है ताकि उसे नंगी हालत में चलना न पड़े और लोग उस की शर्मगाह न देखें।”
16. फिर उन्हों ने बादशाहों को उस जगह पर इकट्ठा किया जिस का नाम इब्रानी ज़बान में हर्मजिद्दोन है।
17. सातवें फ़रिश्ते ने अपना पियाला हवा में उंडेल दिया। इस पर अल्लाह के घर में तख़्त की तरफ़ से एक ऊँची आवाज़ सुनाई दी जिस ने कहा, “अब काम तक्मील तक पहुँच गया है!”
18. बिजलियाँ चमकने लगीं, शोर मच गया, बादल गरजने लगे और एक शदीद ज़ल्ज़ला आया। इस क़िस्म का ज़ल्ज़ला ज़मीन पर इन्सान की तख़्लीक़ से ले कर आज तक नहीं आया, इतना सख़्त ज़ल्ज़ला कि
19. अज़ीम शहर तीन हिस्सों में बट गया और क़ौमों के शहर तबाह हो गए। अल्लाह ने अज़ीम बाबल को याद करके उसे अपने सख़्त ग़ज़ब की मै से भरा पियाला पिला दिया।
20. तमाम जज़ीरे ग़ाइब हो गए और पहाड़ कहीं नज़र न आए।
21. लोगों पर आस्मान से मन मन भर के बड़े बड़े ओले गिर गए। और लोगों ने ओलों की बला की वजह से अल्लाह पर कुफ़्र बका, क्यूँकि यह बला निहायत सख़्त थी।

  Revelation (16/22)