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1. | रब्ब की तम्जीद में नया गीत गाओ, क्यूँकि उस ने मोजिज़े किए हैं। अपने दहने हाथ और मुक़द्दस बाज़ू से उस ने नजात दी है। |
2. | रब्ब ने अपनी नजात का एलान किया और अपनी रास्ती क़ौमों के रू-ब-रू ज़ाहिर की है। |
3. | उस ने इस्राईल के लिए अपनी शफ़्क़त और वफ़ा याद की है। दुनिया की इन्तिहाओं ने सब हमारे ख़ुदा की नजात देखी है। |
4. | ऐ पूरी दुनिया, नारे लगा कर रब्ब की मद्हसराई करो! आपे में न समाओ और जश्न मना कर हम्द के गीत गाओ! |
5. | सरोद बजा कर रब्ब की मद्हसराई करो, सरोद और गीत से उस की सिताइश करो। |
6. | तुरम और नरसिंगा फूँक कर रब्ब बादशाह के हुज़ूर ख़ुशी के नारे लगाओ! |
7. | समुन्दर और जो कुछ उस में है, दुनिया और उस के बाशिन्दे ख़ुशी से गरज उठें। |
8. | दरया तालियाँ बजाएँ, पहाड़ मिल कर ख़ुशी मनाएँ, |
9. | वह रब्ब के सामने ख़ुशी मनाएँ। क्यूँकि वह ज़मीन की अदालत करने आ रहा है। वह इन्साफ़ से दुनिया की अदालत करेगा, रास्ती से क़ौमों का फ़ैसला करेगा। |
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