Psalms (149/150)  

1. रब्ब की हम्द हो! रब्ब की तम्जीद में नया गीत गाओ, ईमानदारों की जमाअत में उस की तारीफ़ करो।
2. इस्राईल अपने ख़ालिक़ से ख़ुश हो, सिय्यून के फ़र्ज़न्द अपने बादशाह की ख़ुशी मनाएँ।
3. वह नाच कर उस के नाम की सिताइश करें, दफ़ और सरोद से उस की मद्हसराई करें।
4. क्यूँकि रब्ब अपनी क़ौम से ख़ुश है। वह मुसीबतज़दों को अपनी नजात की शान-ओ-शौकत से आरास्ता करता है।
5. ईमानदार इस शान-ओ-शौकत के बाइस ख़ुशी मनाएँ, वह अपने बिस्तरों पर शादमानी के नारे लगाएँ।
6. उन के मुँह में अल्लाह की हम्द-ओ-सना और उन के हाथों में दोधारी तल्वार हो
7. ताकि दीगर अक़्वाम से इन्तिक़ाम लें और उम्मतों को सज़ा दें।
8. वह उन के बादशाहों को ज़न्जीरों में और उन के शुरफ़ा को बेड़ियों में जकड़ लेंगे
9. ताकि उन्हें वह सज़ा दें जिस का फ़ैसला क़लमबन्द हो चुका है। यह इज़्ज़त अल्लाह के तमाम ईमानदारों को हासिल है। रब्ब की हम्द हो!

  Psalms (149/150)