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1. | रब्ब का शुक्र करो, क्यूँकि वह भला है, और उस की शफ़्क़त अबदी है। |
2. | इस्राईल कहे, “उस की शफ़्क़त अबदी है।” |
3. | हारून का घराना कहे, “उस की शफ़्क़त अबदी है।” |
4. | रब्ब का ख़ौफ़ मानने वाले कहें, “उस की शफ़्क़त अबदी है।” |
5. | मुसीबत में मैं ने रब्ब को पुकारा तो रब्ब ने मेरी सुन कर मेरे पाँओ को खुले मैदान में क़ाइम कर दिया है। |
6. | रब्ब मेरे हक़ में है, इस लिए मैं नहीं डरूँगा। इन्सान मेरा क्या बिगाड़ सकता है? |
7. | रब्ब मेरे हक़ में है और मेरा सहारा है, इस लिए मैं उन की शिकस्त देख कर ख़ुश हूँगा जो मुझ से नफ़रत करते हैं। |
8. | रब्ब में पनाह लेना इन्सान पर एतिमाद करने से कहीं बेहतर है। |
9. | रब्ब में पनाह लेना शुरफ़ा पर एतिमाद करने से कहीं बेहतर है। |
10. | तमाम अक़्वाम ने मुझे घेर लिया, लेकिन मैं ने अल्लाह का नाम ले कर उन्हें भगा दिया। |
11. | उन्हों ने मुझे घेर लिया, हाँ चारों तरफ़ से घेर लिया, लेकिन मैं ने अल्लाह का नाम ले कर उन्हें भगा दिया। |
12. | वह शहद की मक्खियों की तरह चारों तरफ़ से मुझ पर हम्लाआवर हुए, लेकिन काँटेदार झाड़ियों की आग की तरह जल्द ही बुझ गए। मैं ने रब्ब का नाम ले कर उन्हें भगा दिया। |
13. | दुश्मन ने मुझे धक्का दे कर गिराने की कोशिश की, लेकिन रब्ब ने मेरी मदद की। |
14. | रब्ब मेरी क़ुव्वत और मेरा गीत है, वह मेरी नजात बन गया है। |
15. | ख़ुशी और फ़त्ह के नारे रास्तबाज़ों के ख़ैमों में गूँजते हैं, “रब्ब का दहना हाथ ज़बरदस्त काम करता है! |
16. | रब्ब का दहना हाथ सरफ़राज़ करता है, रब्ब का दहना हाथ ज़बरदस्त काम करता है!” |
17. | मैं नहीं मरूँगा बल्कि ज़िन्दा रह कर रब्ब के काम बयान करूँगा। |
18. | गो रब्ब ने मेरी सख़्त तादीब की है, उस ने मुझे मौत के हवाले नहीं किया। |
19. | रास्ती के दरवाज़े मेरे लिए खोल दो ताकि मैं उन में दाख़िल हो कर रब्ब का शुक्र करूँ। |
20. | यह रब्ब का दरवाज़ा है, इसी में रास्तबाज़ दाख़िल होते हैं। |
21. | मैं तेरा शुक्र करता हूँ, क्यूँकि तू ने मेरी सुन कर मुझे बचाया है। |
22. | जिस पत्थर को मकान बनाने वालों ने रद्द किया वह कोने का बुन्यादी पत्थर बन गया। |
23. | यह रब्ब ने किया और देखने में कितना हैरतअंगेज़ है। |
24. | इसी दिन रब्ब ने अपनी क़ुद्रत दिखाई है। आओ, हम शादियाना बजा कर उस की ख़ुशी मनाएँ। |
25. | ऐ रब्ब, मेहरबानी करके हमें बचा! ऐ रब्ब, मेहरबानी करके काम्याबी अता फ़रमा! |
26. | मुबारक है वह जो रब्ब के नाम से आता है। रब्ब की सुकूनतगाह से हम तुम्हें बर्कत देते हैं। |
27. | रब्ब ही ख़ुदा है, और उस ने हमें रौशनी बख़्शी है। आओ, ईद की क़ुर्बानी रस्सियों से क़ुर्बानगाह के सींगों के साथ बान्धो। |
28. | तू मेरा ख़ुदा है, और मैं तेरा शुक्र करता हूँ। ऐ मेरे ख़ुदा, मैं तेरी ताज़ीम करता हूँ। |
29. | रब्ब की सिताइश करो, क्यूँकि वह भला है और उस की शफ़्क़त अबदी है। |
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