Micah (1/7)  

1. ज़ैल में रब्ब का वह कलाम दर्ज है जो मीकाह मोरश्ती पर यहूदाह के बादशाहों यूताम, आख़ज़ और हिज़क़ियाह के दौर-ए-हुकूमत में नाज़िल हुआ। उस ने सामरिया और यरूशलम के बारे में यह बातें रोया में देखीं।
2. ऐ तमाम अक़्वाम, सुनो! ऐ ज़मीन और जो कुछ उस पर है, ध्यान दो! रब्ब क़ादिर-ए-मुतलक़ तुम्हारे ख़िलाफ़ गवाही दे, क़ादिर-ए-मुतलक़ अपने मुक़द्दस घर की तरफ़ से गवाही दे।
3. क्यूँकि देखो, रब्ब अपनी सुकूनतगाह से निकल रहा है ताकि उतर कर ज़मीन की बुलन्दियों पर चले।
4. उस के पाँओ तले पहाड़ पिघल जाएँगे और वादियाँ फट जाएँगी, वह आग के सामने पिघलने वाले मोम या ढलान पर उंडेले गए पानी की मानिन्द होंगे।
5. यह सब कुछ याक़ूब के जुर्म, इस्राईली क़ौम के गुनाहों के सबब से हो रहा है। कौन याक़ूब के जुर्म का ज़िम्मादार है? सामरिया! किस ने यहूदाह को बुलन्द जगहों पर बुतपरस्ती करने की तहरीक दी? यरूशलम ने!
6. इस लिए रब्ब फ़रमाता है, “मैं सामरिया को खुले मैदान में मल्बे का ढेर बना दूँगा, इतनी ख़ाली जगह कि लोग वहाँ अंगूर के बाग़ लगाएँगे। मैं उस के पत्थर वादी में फैंक दूँगा, उसे इतने धड़ाम से गिरा दूँगा कि उस की बुन्यादें ही नज़र आएँगी ।
7. उस के तमाम बुत टुकड़े टुकड़े हो जाएँगे, उस की इस्मतफ़रोशी का पूरा अज्र नज़र-ए-आतिश हो जाएगा। मैं उस के देवताओं के तमाम मुजस्समों को तबाह कर दूँगा। क्यूँकि सामरिया ने यह तमाम चीज़ें अपनी इस्मतफ़रोशी से हासिल की हैं, और अब यह सब उस से छीन ली जाएँगी और दीगर इस्मतफ़रोशों को मुआवज़े के तौर पर दी जाएँगी।”
8. इस लिए मैं आह-ओ-ज़ारी करूँगा, नंगे पाँओ और बरहना फिरूँगा, गीदड़ों की तरह वावैला करूँगा, उक़ाबी उल्लू की तरह आहें भरूँगा।
9. क्यूँकि सामरिया का ज़ख़्म लाइलाज है, और वह मुल्क-ए-यहूदाह में भी फैल गया है, वह मेरी क़ौम के दरवाज़े यानी यरूशलम तक पहुँच गया है।
10. फ़िलिस्ती शहर जात में यह बात न बताओ, उन्हें अपने आँसू न दिखाओ। बैत-लाफ़्रा में ख़ाक में लोट-पोट हो जाओ।
11. ऐ सफ़ीर के रहने वालो, बरहना और शर्मसार हो कर यहाँ से गुज़र जाओ। ज़ानान के बाशिन्दे निकलेंगे नहीं। बैत-एज़ल मातम करेगा जब तुम से हर सहारा छीन लिया जाएगा।
12. मारोत के बसने वाले अपने माल के लिए पेच-ओ-ताब खा रहे हैं, क्यूँकि रब्ब की तरफ़ से आफ़त नाज़िल हो कर यरूशलम के दरवाज़े तक पहुँच गई है।
13. ऐ लकीस के बाशिन्दो, घोड़ों को रथ में जूत कर भाग जाओ। क्यूँकि इबतिदा में तुम ही सिय्यून बेटी के लिए गुनाह का बाइस बन गए, तुम ही में वह जराइम मौजूद थे जो इस्राईल से सरज़द हो रहे हैं।
14. इस लिए तुम्हें तुह्फ़े दे कर मोरशत-जात को रुख़्सत करनी पड़ेगी। अक्ज़ीब के घर इस्राईल के बादशाहों के लिए फ़रेबदिह साबित होंगे।
15. ऐ मरेसा के लोगो, मैं होने दूँगा कि एक क़ब्ज़ा करने वाला तुम पर हम्ला करेगा। तब इस्राईल का जलाल अदुल्लाम तक पहुँचेगा।
16. ऐ सिय्यून बेटी, अपने बाल कटवा कर गिद्ध जैसी गंजी हो जा। अपने लाडले बच्चों पर मातम कर, क्यूँकि वह क़ैदी बन कर तुझ से दूर हो जाएँगे।

      Micah (1/7)