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1. | उसकी नेव पवित्र पर्वतों में है; |
2. | और यहोवा सिय्योन के फाटकों को याकूब के सारे निवासों से बढ़ कर प्रीति रखता है। |
3. | हे परमेश्वर के नगर, तेरे विषय महिमा की बातें कही गई हैं। |
4. | मैं अपने जान- पहचान वालों से रहब और बाबेल की भी चर्चा करूंगा; पलिश्त, सोर और कूश को देखो, यह वहां उत्पन्न हुआ था। |
5. | और सिय्योन के विषय में यह कहा जाएगा, कि अमुक अमुक मनुष्य उस में उत्पन्न हुआ था; और परमप्रधान आप ही उसको स्थिर रखेगा। |
6. | यहोवा जब देश देश के लोगों के नाम लिख कर गिन लेगा, तब यह कहेगा, कि यह वहां उत्पन्न हुआ था।। |
7. | गवैये और नृतक दोनों कहेंगे कि हमारे सब सोते तुझी में पाए जाते हैं।। |
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