← Psalms (134/150) → |
1. | हे यहोवा के सब सेवकों, सुनो, तुम जो रात रात को यहोवा के भवन में खड़े रहते हो, यहोवा को धन्य कहो। |
2. | अपने हाथ पवित्र स्थान में उठा कर, यहोवा को धन्य कहो। |
3. | यहोवा जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है, वह सिय्योन में से तुझे आशीष देवे।। |
← Psalms (134/150) → |