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| 1. | इस्राएल यह कहे, कि यदि हमारी ओर यहोवा न होता, |
| 2. | यदि यहोवा उस समय हमारी ओर न होता जब मनुष्यों ने हम पर चढ़ाई की, |
| 3. | तो वे हम को उसी समय जीवित निगल जाते, जब उनका क्रोध हम पर भड़का था, |
| 4. | हम उसी समय जल में डूब जाते और धारा में बह जाते; |
| 5. | उमड़ते जल में हम उसी समय ही बह जाते।। |
| 6. | धन्य है यहोवा, जिसने हम को उनके दातों तले जाने न दिया! |
| 7. | हमार जीव पक्षी की नाईं चिड़ीमार के जाल से छूट गया; जाल फट गया, हम बच निकले! |
| 8. | यहोवा जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है, हमारी सहायता उसी के नाम से होती है। |
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