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| 1. | बिन्यामीन से उसका जेठा बेला, दूसरा अशबेल, तीसरा अहृह, |
| 2. | चौथा नोहा और पांचवां रापा उत्पन्न हुआ। |
| 3. | और बेला के पुत्र, अद्दार, गेरा, अबीहूद। |
| 4. | अबीशू, नामान, अहोह, |
| 5. | गेरा, शपूपान और हूराम थे। |
| 6. | और एहूद के पुत्र ये हुए ( गेबा के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष ये थे, जिन्हें बन्धुआई में मानहत को ले गए थे )। |
| 7. | और नामान, अहिय्याह और गेरा ( इन्हें भी बन्धुआ कर के मानहत को ले गए थे ), और उसने उज्जा और अहिलूद को जन्म दिया। |
| 8. | और शहरैम से हशीम और बारा नाम अपनी स्त्रियों को छोड़ देने के बाद मोआब देश में लड़के उत्पन्न हुए। |
| 9. | और उसकी अपनी स्त्री होदेश से योआब, सिब्या, मेशा, मल्काम, यूस, सोक्या, |
| 10. | और मिर्मा उत्पन्न हुए उसके ये पुत्र अपने अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष थे। |
| 11. | और हूशीम से अबीतूब और एल्पाल का जन्म हुआ। |
| 12. | एल्पाल के पुत्र एबेर, मिशाम और शेमेर, इसी ने ओनो और गांवों समेत लोद को बसाया। |
| 13. | फिर बरीआ और शेमा जो अय्यालोन के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष थे, और जिन्होंने गत के निवासियों भगा दिया। |
| 14. | और अह्यो,शासक, यरमोत। |
| 15. | जबद्याह, अराद, एदेर। |
| 16. | मीकाएल, यिस्पा, योहा, जो बरीआ के पुत्र थे। |
| 17. | जबद्याह, मशुल्लाम, हिजकी, हेबर। |
| 18. | यिशमरै, यिजलीआ, योबाब, जो एल्पाल के पुत्र थे। |
| 19. | और याकीम, जिक्री, जब्दी। |
| 20. | एलीएनै, सिल्लतै, एलीएल। |
| 21. | अदायाह, बरायाह और शिम्रात जो शिमी के पुत्र थे। |
| 22. | और यिशपान, यबेर, एलीएल। |
| 23. | अब्दोन, जिक्री,हानान। |
| 24. | हनन्याह, एलाम, अन्तोतिय्याह। |
| 25. | यिपदयाह और पनूएल जो शाशक के पुत्र थे। |
| 26. | और शमशरै, शहर्याह, अतल्याह। |
| 27. | योरेश्याह, एलिय्याह और जिक्र जो यरोहाम के पुत्र थे। |
| 28. | ये अपनी अपनी पीढ़ी में अपने अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष और प्रधान थे, ये यरूशलेम में रहते थे। |
| 29. | और गिबोन में गिबोन का पिता रहता था, जिसकी पत्नी का ताम माका था। |
| 30. | और उसका जेठा पुत्र अब्दोन था, फिर शूर, कीश, बाल, नादाब। |
| 31. | गदोर; अह्यो और जेकेर हुए। |
| 32. | और मिकोत से शिमा उत्पन्न हुआ। और ये भी अपने भाइयों के साम्हने यरूशलेम में रहते थे, अपने भाइयों ही के साथ। |
| 33. | और नेर से कीश उत्पन्न हुआ, कीश से शाऊल, और शाऊल से योनातान, मलकीश, अबीनादाब, और एशबाल उत्पन्न हुआ। |
| 34. | और योनातन का पुत्र मरीब्बाल हुआ, और मरीब्बाल से मीका उत्पन्न हुआ। |
| 35. | और मीका के पुत्र पीतोन, मेलेक, तारे और आहाज। |
| 36. | और आहाज से यहोअद्दा उत्पन्न हुआ। और यहोअद्दा से आलेमेत, अजमावेत और जिम्री; और जिम्री से मोसा। |
| 37. | मोसा से बिना उत्पन्न हुआ। और इसका पुत्र रापा हुआ, रापा का एलासा और एलासा का पुत्र आसेल हुआ। |
| 38. | और आसेल के छ: पुत्र हुए जिनके ये नाम थे, अर्थात अज्रीकाम, बोकरू, यिश्माएल, शार्याह, ओबद्याह, और हानान। ये ही सब आसेल के पुत्र थे। |
| 39. | ओर उसके भाई एशेक के ये पुत्र हुए, अर्थात उसका जेठा ऊलाम, दूसरा यूशा, तीसरा एलीपेलेत। |
| 40. | और ऊलाम के पुत्र शूरवीर और धनुर्धारी हुए, और उनके बहुत बेटे-पोते अर्थात डेढ़ सौ हुए। ये ही सब बिन्यामीन के वंश के थे। |
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