Psalms (26/150)  

1. हे यहोवा, मेरा न्याय कर, प्रमाणित कर कि मैंने पवित्र जीवन बिताया है। मैंने यहोवा पर कभी विश्वस करना नहीं छोड़ा।
2. हे यहोवा, मुझे परख और मेरी जाँच कर, मेरे हृदय में और बुद्धि को निकटता से देख।
3. मैं तेरे प्रेम को सदा ही देखता हूँ, मैं तेरे सत्य के सहारे जिया करता हूँ।
4. मैं उन व्यर्थ लोगो में से नहीं हूँ।
5. उन पापी टोलियों से मुझको घृणा है, मैं उन धूर्तो के टोलों में सम्मिलित नहीं होता हूँ।
6. हे यहोवा, मैं हाथ धोकर तेरी वेदी पर आता हूँ।
7. हे यहोवा, मैं तेरे प्रशंसा गीत गाता हूँ, और जो आश्चर्य कर्म तूने किये हैं, उनके विषय में मैं गीत गाता हूँ।
8. हे यहोवा, मुझको तेरा मन्दिर प्रिय है। मैं तेरे पवित्र तम्बू से प्रेम करता हूँ।
9. हे यहोवा, तू मुझे उन पापियों के दल में मत मिला, जब तू उन हत्यारों का प्राण लेगा तब मुझे मत मार।
10. वे लोग सम्भव है, छलने लग जाये। सम्भव है, वे लोग बुरे काम करने को रिश्वत ले लें।
11. लेकिन मैं निश्चल हूँ, सो हे परमेश्वर, मुझ पर दयालु हो और मेरी रक्षा कर।
12. मैं नेक जीवन जीता रहा हूँ। मैं तेरे प्रशंसा गीत, हे यहोवा, जब भी तेरी भक्त मण्डली साथ मिली, गाता रहा हूँ।

  Psalms (26/150)