Psalms (133/150)  

1. परमेश्वर के भक्त मिल जुलकर शांति से रहे। यह सचमुच भला है, और सुखदायी है।
2. यह वैसा सुगंधित तेल जैसा होता है जिसे हारून के सिर पर उँडेला गया है। यह, हारून की दाढ़ी से नीचे जो बह रहा हो उस तेल सा होता है। यह, उस तेल जैसा है जो हारून के विशेष वस्त्रों पर ढुलक बह रहा।
3. यह वैसा है जैसे धुंध भरी ओस हेर्मोन की पहाड़ी से आती हुई सिय्योन के पहाड पर उतर रही हो। यहोवा ने अपने आशीर्वाद सिय्योन के पहाड़ पर ही दिये थे। यहोवा ने अमर जीवन की आशीष दी थी।

  Psalms (133/150)