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1. | हे यहोवा, तू कब तक मुझ को भूला रहेगा? क्या तू मुझे सदा सदा के लिये बिसरा देगा कब तक तू मुझको नहीं स्वीकारेगा? |
2. | तू मुझे भूल गया यह कब तक मैं सोचूँ? अपने ह्रदय में कब तक यह दु:ख भोगूँ? कब तक मेरे शत्रु मुझे जीतते रहेंगे? |
3. | हे यहोवा, मेरे परमेश्वर, मेरी सुधि ले! और तू मेरे प्रश्न का उत्तर दे! मुझको उत्तर दे नहीं तो मैं मर जाऊँगा! |
4. | कदाचित् तब मेरे शत्रु यों कहने लगें, “मैंने उसे पीट दिया!” मेरे शत्रु प्रसन्न होंगे कि मेरा अंत हो गया है। |
5. | हे यहोवा, मैंने तेरी करुणा पर सहायता पाने के लिये भरोसा रखा। तूने मुझे बचा लिया और मुझको सुखी किया! |
6. | मैं यहोवा के लिये प्रसन्नता के गीत गाता हूँ, क्योंकि उसने मेरे लिये बहुत सी अच्छी बातें की हैं। |
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