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1. | फिर शूह प्रदेश के निवासी बिल्दद ने उत्तर देते हुये कहा: |
2. | “परमेश्वर शासक है और हर व्यक्ति को चाहिये की परमेश्वर से डरे और उसका मान करे। परमेश्वर अपने स्वर्ग के राज्य में शांति रखता है। |
3. | कोई उसकी सेनाओं को गिन नहीं सकता है, परमेश्वर का प्रकाश सब पर चमकता है। |
4. | किन्तु सचमुच परमेश्वर के आगे कोई व्यक्ति उचित नहीं ठहर सकता है। कोई व्यक्ति जो स्त्री से उत्पन्न हुआ सचमुच निर्दोष नहीं हो सकता है। |
5. | परमेश्वर की आँखों के सामने चाँद तक चमकीला नहीं है। परमेश्वर की आँखों के सामने तारे निर्मल नहीं हैं। |
6. | मनुष्य तो बहुत कम भले है। मनुष्य तो बस गिंडार है एक ऐसा कीड़ा जो बेकार का होता है।” |
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